Sapne kyu aate hai | सपने आने का कारण क्या है |हमें सपने क्यों दिखाई देते हैं ?

 Sapne Kyu aate hain | सपने आने का कारण क्या है |हमें सपने क्यों दिखाई देते हैं ?

सपना क्या होता है ?

Sapne kyu aate hai | सपने आने का कारण क्या है |हमें सपने क्यों दिखाई देते हैं ?
सपने आने का कारण क्या है

सपने वे कहानियां और चित्र होते हैं, जो हमारे दिमाग में सोते समय बनते हैं। वे मनोरंजक, मजेदार, रोमांटिक, परेशान, भयानक और कभी-कभी विचित्र हो सकते हैं। सपने वैज्ञानिकों और मनोवैज्ञानिक डॉक्टरों के लिए रहस्य का स्थायी स्रोत रहा हैं। सपने आने का असली रहस्य कोई नहीं जान पाया है कि सपने क्यों आते हैं?

सपने क्यों आते हैं ? | सपने आने का कारण

सपने आना सिर्फ हमारे दिमाग की एक काल्पनिक सोच है जो हमें नींद के दौरान दिमाग के जरिए दिखाई देती है। आपको यह जानकर सायद हैरानी होगी की आपको ज्यादातर सपनों में वही दिखाई देता है जो असल लाइफ में आपके आसपास हो रहा है जैसे यदि आप कोई डरावनी मूवी देखते हैं तो ऐसा हो सकता है कि आपको डरावने सपने आए। जैसे कि यदि आपने कोई सुपर हीरो मूवी देखी है तो हो सकता है आपको उसी मूवी के जैसे सपने आए, ऐसा भी हो सकता है कि सपने में आप अपने आप को सुपर हीरो माने। सपने आने का पिछले जन्म या फिर अगले जन्म से कोई लेना देना नहीं होता। अगर हम विज्ञान की मोहन के चलें तो सपने आना सिर्फ आसपास की घटना का दिमाग द्वारा बनाया गया एक मायाजाल सा होता है लेकिन अलग-अलग चीजों के सपने आने का अलग-अलग मतलब बताया गया है।

Sapne kyu aate hai | सपने आने का कारण क्या है |हमें सपने क्यों दिखाई देते हैं ?
सपने आने का कारण क्या है

कभी-कभी हमें अपने अतीत के बारे में सपने आते हैं जो कि हमारे साथ पहले हो चुका है उसी के उसी के बारे में आते हैं या फिर हमें भविष्य में कुछ करना है तो उसके बारे में भी सपने आ सकते हैं वैसे तो ज्यादातर सपने हमारे दिमाग की सोच की वजह से जाते हैं जैसा हम हाल फिलहाल सोचते हैं उसके जैसे ही सपने हमें रात में दिखाई देते हैं लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि हमें लगता है कि हमने वह चीज अपने जीवन में नहीं देखी फिर भी वह सपने में आगयी। आमतौर पर ऐसे सबके साथ नहीं होता। आइए जानते हैं कि इन सपनों का मतलब क्या होता है और सपनों का फल क्या होता है सपनों का अर्थ क्या है।

हमें सपने दिन में या रात में कभी भी आ सकते हैं दिन में आने वाली सपनों का अलग मतलब होता है और रात में आने वाली सपना का अलग मतलब होता है चलिए जानते हैं।


सपनों के तथ्य (Fact):

  • हम सपने देखना याद नहीं रख सकते हैं, लेकिन हर किसी को रात में 3 से 6 बार सपने देखना चाहिए।
  • यह माना जाता है कि प्रत्येक सपना 5 से 20 मिनट के बीच रहता है।
  • लगभग 95 प्रतिशत सपने उस समय तक भूल जाते हैं जब कोई व्यक्ति बिस्तर से बाहर निकलता है। मतलब की ज्यादार सपने उठने के बाद ही याद नही रहते।
  • सपने देखने से आपको लंबी अवधि की यादें, सीखने और विकसित करने में मदद मिल सकती है।
  • दृष्टिहीन लोगों की तुलना में ब्लाइंड लोग अन्य संवेदी घटकों के साथ अधिक सपने देखते हैं।


नींद कैसे आती है । नींद आने के पाँच चरण हैं:

  1. हल्की नींद, आंखों की धीमी गति और कम मांसपेशियों की गतिविधि। यह अवस्था कुल नींद का 4 से 5 प्रतिशत है।
  2. आंखों की गति रुक ​​जाती है और मस्तिष्क की तरंगें धीमी हो जाती हैं, कभी-कभी तेजी से लहरों के फटने से स्लीप स्पिंडल कहते हैं। यह अवस्था कुल नींद का 45 से 55 प्रतिशत है।
  3. बहुत धीमी गति से मस्तिष्क की तरंगें जिन्हें डेल्टा तरंगें कहा जाता है, छोटी, तेज तरंगों के साथ अंतर्सम्बंधित होने लगती हैं। यह कुल नींद का 4 से 6 प्रतिशत है।
  4. मस्तिष्क लगभग विशेष रूप से डेल्टा तरंगों का उत्पादन करता है। चरण 3 और 4 के दौरान किसी को जगाना मुश्किल है, जिसे एक साथ “गहरी नींद” कहा जाता है। कोई आंख आंदोलन या मांसपेशियों की गतिविधि नहीं है। गहरी नींद में सोते हुए लोग जाग गए और तुरंत जागने के बाद कई मिनट तक भटकाव महसूस करते हैं। यह कुल नींद का 12 से 15 प्रतिशत है।
  5. इस स्टेज को रैपिड आई मूवमेंट (REM) के नाम से जाना जाता है। श्वास अधिक तेजी से, अनियमित और उथली हो जाती है, आँखें विभिन्न दिशाओं में तेजी से झटके मारती हैं, और अंग की मांसपेशियां अस्थायी रूप से लकवाग्रस्त हो जाती हैं। हृदय गति बढ़ जाती है, रक्तचाप बढ़ जाता है, और पुरुषों में शिश्न निर्माण होता है। जब लोग REM नींद के दौरान जागते हैं, तो वे अक्सर विचित्र और अतार्किक कहानियों का वर्णन करते हैं। ये सपने हैं। यह अवस्था कुल नींद के समय का 20 से 25 प्रतिशत है।


Frequently asked Questions(FAQ’S):

Sapne kyu aate hai | सपने आने का कारण क्या है |हमें सपने क्यों दिखाई देते हैं ?
सपने आने का कारण क्या है

Q : सपने क्यूँ आते है ?

Ans : विज्ञान के अनुसार सपने “सक्रियण-संश्लेषण की परिकल्पना से पता चलता है कि सपने rapid eye movement(आरईएम) नींद और लिम्बिक सिस्टम (भावनात्मक मोटर प्रणाली) की उत्तेजना के दौरान मस्तिष्क की सक्रियता के कारण होते हैं।

Q : सपने के आने का मुख्य कारण क्या है ?

Ans : सपने आने का मुख्य कारण है नींद। यदि नींद नही होगी तो सपने नही आएंगे। सपने हमारी सोच ही होती है जो हमारा दिमाग सोते वक्त सपनो के रूप में दिखता है।

Q : क्या जो सपने आते है, वो ज्यादातर सच होते है ?

Ans : नहीं, रिसर्च के अनुसार ज्यादातर सपने सच नही होते। कुछ सपने हमारा दिमाग कई सारी बातों को मिला के बना लेता है और हमे ऐसा लगता है कि ये हमारा पिछले जन्म या भविष्य की कोई जानकारी है।

Q : सपनों का मनुष्य जीवन पर क्या असर पड़ता है ?

Ans : यह मनुष्य की सोच पर निर्भर करता है यदि वह अपने सपनों को सच मानकर चलता है तो उस पर काफी असर पड़ सकता है। आमतौर पर हमें अपने सपनों को अनदेखा कर देना चाहिए असल जीवन में और सपनों में बहुत अंतर होता है यदि आपको कुछ करना है तो सपनों से बाहर निकलते जीवन में मेहनत कीजिए।

Q : गंदे, बुरे सपने न आने के लिए क्या उपाय करें ?

Ans : गंदे व बुरे सपने में आने के लिए आपको अपने दिमाग को गंदी व बुरी चीजों से दूर रखना होगा और उनके बारे में सोचना बंद करना होगा। उसके बाद ही सायद आपको कोई गंदे या बुरे सपने नहीं आएंगे क्योंकि जो भी आप सोचते हो वही हमारा दिमाग हमे सपने में दिखा देता है

आशा करते है आपको सही जानकारी मिली होगी।




Post a Comment

Previous Post Next Post